RBI Bumper Rate Cut: RBI का बंपर रेट कट, रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती, EMI घटेगी, घर-ऑटो लोन सस्ते होंगे

RBI Bumper Rate Cut: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने 6 जून 2025 को अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर में 0.50% (50 बेसिस प्वाइंट) की कटौती की घोषणा की है, जिससे यह 5.50% पर पहुँच गई है। यह 2025 में तीसरी बार दरों में कटौती की गई है, जिससे कुल 1% की कमी हो चुकी है। इसके साथ ही, न्यूनतम नकद आरक्षित अनुपात (CRR) को भी 3% तक घटा दिया गया है। यह कदम महंगाई पर काबू पाने और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उठाया गया है (RBI Bumper Rate Cut)


Effects of RBI Bumper Rate Cut

🏠 EMI में कमी और सस्ते हो सकते हैं होम और ऑटो लोन

रेपो दर में इस कटौती का सीधा असर लोन की ब्याज दरों पर पड़ेगा, जिससे होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन की EMI में कमी आ सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, होम लोन की ब्याज दर 8% से नीचे जा सकती है, जिससे EMI में कमी आएगी या लोन की अवधि कम हो सकती है

RBI Bumper Rate Cut

💰 EMI में कितनी कमी आएगी?

  • ₹50 लाख का होम लोन: यदि ब्याज दर 8.75% से घटकर 8.25% हो जाती है, तो EMI ₹43,391 से घटकर ₹42,452 हो जाएगी, जिससे मासिक बचत ₹939 होगी।
  • ₹10 लाख का ऑटो लोन: यदि ब्याज दर 10% से घटकर 9.75% हो जाती है, तो EMI ₹21,247 से घटकर ₹21,147 हो जाएगी, जिससे मासिक बचत ₹100 होगी।

📉 लोन अवधि में कमी

कई बैंक इस कटौती का लाभ लोन की अवधि कम करके देते हैं, जिससे कुल ब्याज भुगतान में कमी आती है। उदाहरण के लिए:

  • ₹50 लाख का होम लोन: यदि ब्याज दर 9% से घटकर 8.75% हो जाती है, तो लोन की अवधि में लगभग 10 महीने की कमी आ सकती है, जिससे ₹4.20 लाख की ब्याज बचत होगी।
  • ₹10 लाख का ऑटो लोन: यदि ब्याज दर 10% से घटकर 9.75% हो जाती है, तो लोन की अवधि में लगभग 3 महीने की कमी आ सकती है, जिससे ₹15,000 की ब्याज बचत होगी।

🏦 बैंकों की प्रतिक्रिया

बैंक आमतौर पर रेपो दर में कटौती का लाभ ग्राहकों को ब्याज दरों में कमी के रूप में देते हैं। हालांकि, यह निर्भर करता है कि बैंक अपनी नीतियों के अनुसार कितनी कटौती ग्राहकों को प्रदान करते हैं। ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने बैंक से संपर्क करके ब्याज दरों में बदलाव की जानकारी प्राप्त करें।


क्या करें?

  • ब्याज दरों की तुलना करें: विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थाओं की ब्याज दरों की तुलना करें।
  • बैंक से संपर्क करें: अपने बैंक से ब्याज दरों में बदलाव की जानकारी प्राप्त करें।
  • EMI या अवधि में से एक का चयन करें: आप चाहें तो अपनी EMI कम कर सकते हैं या लोन की अवधि कम कर सकते हैं।
  • ऑनलाइन EMI कैलकुलेटर का उपयोग करें: EMI में संभावित बदलाव की गणना करने के लिए ऑनलाइन EMI कैलकुलेटर का उपयोग करें।

RBI Bumper Rate Cut

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